Raj Kaushal Death: पायलट बनना चाहते थे राज कौशल, मंदिरा बेदी से ऐसे हुई थी मुलाकात
मशहूर डायरेक्टर-प्रड्यूसर और एक्ट्रेस मंदिरा बेदी (Mandira Bedi) के पति राज कौशल (Raj Kaushal) का निधन हो गया है। राज को हार्ट अटैक आया। राज कौशल ने 'प्यार में कभी-कभी', 'शादी का लड्डू' और 'एंथनी कौन है' जैसी फिल्मों को डायरेक्ट किया था। उन्होंने 1992 में रिलीज फिल्म 'बेखुदी' के स्टंट्स भी डायरेक्ट किए थे।
बॉलिवुड को बुधवार सुबह बड़ा झटका लगा है। मशहूर डायरेक्टर-प्रड्यूसर और एक्ट्रेस मंदिरा बेदी (Mandira Bedi) के पति राज कौशल (Raj Kaushal) का निधन हो गया है। बताया जाता है कि राज को हार्ट अटैक आया, जिसके कारण उनकी मौत (Raj Kaushal Death) हो गई। राज कौशल ने रविवार को दोस्तों के साथ पार्टी की थी। उन्होंने सोमवार को मंदिरा और दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर अपनी फोटो भी शेयर की थी। राज कौशल ने 'प्यार में कभी-कभी', 'शादी का लड्डू' और 'एंथनी कौन है' जैसी फिल्मों को डायरेक्ट किया था। जबकि वह 'माई ब्रदर निखिल', 'शादी का लड्डू' और 'प्यार में कभी-कभी' के प्रड्यूसर भी थे। उन्होंने 1992 में रिलीज फिल्म 'बेखुदी' के स्टंट्स भी डायरेक्ट किए थे।
कमर्शियल पालयट बनना चाहते थे राज
मुंबई में पैदा हुए राज कौशल ग्रेजुएशन के बाद एविएशन इंडस्ट्री में करियर बनाना चाहते थे। वह कर्मशियल पालयट बनना चाहते थे। लेकिन 1989 में साइंस से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने कॉपीराइटर के तौर पर करियर की शुरुआत की। उन्होंने विज्ञापन बनाने वाली एजेंसी के लिए ऐड फिल्म्स लिखने शुरू किए। करीब तीन साल तक उन्होंने यह काम किया। इसी दौरान उन्हें कई अवॉर्ड्स भी मिले।
मुकुल आंनद के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर
साल 1992-1996 के बीच राज कौशल ने दिवंगत डायरेक्टर मुकुल आंनद के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर का काम किया। वह 'त्रिमूर्ति' फल्म में सुभाष घई के असिस्टेंट डायरेक्टर थे। 1998 में उन्होंने अपनी खुद की एडवर्टाइजिंग एजेंसी शुरू की। तब से अब तक वह 800 से ज्यादा विज्ञापन बना चुके हैं। इनमें 'उषा' से लेकर 'मैगी', 'क्लोजअप', 'गोदरेज', 'महाराष्ट्र टूरिज्म' के ऐड्स भी शामिल हैं।
1996 में ऐसे हुई थी मंदिरा से पहली मुलाकात
राज कौशल ने साल 1999 में मंदिरा बेदी से लव मैरिज की थी। साल 2011 में दोनों बेटे वीर के पैरेंट्स बने। राज कौशल और मंदिरा बेदी की पहली मुलाकात 1996 में हुई थी। राज तब ऐड फिल्म्स बनाने वाली कंपनी में काम करते थे और उन्हें 'फिलिप्स' के विज्ञापन के लिए एक लड़की की तलाश थी। मंदिरा तब 'शांति' सीरियल से पहले ही खूब नाम कमा चुकी थीं। इस पहली मुलाकात के बाद दोनों की अच्छी खासी दोस्ती हो गई, जो प्यार और फिर शादी के रिश्ते में बदल गई।
1999 में बॉलिवुड में बतौर डायरेक्टर डेब्यू
साल 1999 में राज कौशल ने बड़े पर्दे पर बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया। उनकी पहली फिल्म 'प्यार में कभी कभी' थी। बताया जाता है कि इस फिल्म ने ऐक्टर्स से लेकर म्यूजिशियन तक और क्रू मेंबर्स मिलाकर 183 न्यूकमर्स को लॉन्च किया था। साल 2004 में राज कौशल फिल्म 'शादी का लड्डू' लेकर आएं। जबकि 2006 में उन्होंने 'एंथनी कौन है' फिल्म रिलीज की। बॉक्स ऑफिस पर उनकी तीनों ही फिल्में कुछ कमाल नहीं दिखा पाईं।
आज भी जुबान पर हैं राज की लिखी लाइनें
बतौर स्क्रिप्ट राइटर राज कौशल की लिखी कुछ लाइनें विज्ञापनों में खूब पॉप्युलर हुईं। 'इस सीमेंट में जान है', 'देश की धड़कन हीरो होंडा' जैसी लाइनें राज कौशल ने ही लिखी हैं। राज कौशल ने विज्ञापन की दुनिया में खूब नाम कमाया और आज भी उनकी एडवरटाइजिंग एजेंसी देश के सबसे मशहूर ऐड फिल्म्स बनाने वाली कंपनियों में से एक है।
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