पूजा भट्ट से भी अधिक खूबसूरत थीं उनकी मां लॉरेन ब्राइट, महेश भट्ट से रिश्ता टूटने की वजह नहीं थीं सोनी राजदान

महेश भट्ट की लाइफ काफी कॉन्ट्रोवर्सी से भरी रही है। महेश भट्ट की मां ने उन्हें जन्म तो दिया लेकिन पिता ने उनसे कभी शादी नहीं की। मां की कोई पहचान नहीं थी और इसलिए महेश भट्ट की रिपोर्ट कार्ड पर मामा का साइन हुआ करता था और सरनेम लिखते हुआ उनका हाथ कांप जाया करता था। मुंबई के शिवाजी पार्क में क्रिकेट खेलते हुए और नेताओं का भाषण सुनते हुए मुकेश भट्ट बड़े हुए। और फिर उनकी लाइफ में वो फेज़ भी आ गया, जब उन्हें भी किसी से प्यार हुआ। वह थीं लॉरेन ब्राइट, जिन्होंने बाद में अपना नाम किरण रख लिया। आइए, एक नजर इन दोनों की लव स्टोरी पर जो शुरू को पूरे दम खम से हुआ, लेकिन अंत अच्छा नहीं रहा।

महेश भट्ट की पहली वाइफ किरण भट्ट यानी लॉरेन ब्राइट से उनकी पहली मुलाकात स्कूल में हुई थी और कभी से उन्हें प्यार हो गया था। लॉरेन ब्राइट के प्यार में इस कदर गिरफ्तार हुए थे महेश कि दीवार कूदकर उनसे मिलने जाया करते थे।


पूजा भट्ट से भी अधिक खूबसूरत थीं उनकी मां लॉरेन ब्राइट, महेश भट्ट से शादी टूटने की वजह नहीं थीं सोनी राजदान

महेश भट्ट की लाइफ काफी कॉन्ट्रोवर्सी से भरी रही है। महेश भट्ट की मां ने उन्हें जन्म तो दिया लेकिन पिता ने उनसे कभी शादी नहीं की। मां की कोई पहचान नहीं थी और इसलिए महेश भट्ट की रिपोर्ट कार्ड पर मामा का साइन हुआ करता था और सरनेम लिखते हुआ उनका हाथ कांप जाया करता था। मुंबई के शिवाजी पार्क में क्रिकेट खेलते हुए और नेताओं का भाषण सुनते हुए मुकेश भट्ट बड़े हुए। और फिर उनकी लाइफ में वो फेज़ भी आ गया, जब उन्हें भी किसी से प्यार हुआ। वह थीं लॉरेन ब्राइट, जिन्होंने बाद में अपना नाम किरण रख लिया। आइए, एक नजर इन दोनों की लव स्टोरी पर जो शुरू को पूरे दम खम से हुआ, लेकिन अंत अच्छा नहीं रहा।



कार फ्रेशनर्स बेचने से लेकर, नट बोल्ट टाइट करने तक का किया काम
कार फ्रेशनर्स बेचने से लेकर, नट बोल्ट टाइट करने तक का किया काम

महेश भट्ट ने अपनी लव-लाइफ का किस्सा खुद सुनाया था। उन्होंने बताया था, 'मैं स्कूल में पढ़ाई करते हुए ही काम पर लग गया था। यदि मुझे लगता था कि मुझे ये करना है तो मैं उसे कर लेता था। स्कूल के समय से ही मैं गर्मी की छुट्टियों में काम किया करता। कार फ्रेशनर्स बेचने से लेकर, नट बोल्ट टाइट करने तक का काम मैंने उन दिनों किया। मैं पैसे कमाना चाहता था, खासकर मेरी मां के लिए। जब मुझे अपनी पहली सैलरी 53 रुपये मिली थी तो मैंने वह अपने मामा के हाथ में जाकर दिया था।' (PicS courtesy: @poojab1972 instagram)



'स्कूल के दिनों में मुझे किरण से हुआ था प्यार'
'स्कूल के दिनों में मुझे किरण से हुआ था प्यार'

अपनी लव लाइफ के बारे में महेश भट्ट ने बताया था, 'स्कूल के दिनों में मुझे किरण (लॉरेन ब्राइट) से प्यार हुआ, जो Bombay Scottish orphanage में पढ़ाई कर रही थी। मैंने अपना यह प्यार फिल्म आशिकी में दिखाई भी है।'



महेश भट्ट दीवार फांदकर उनसे मिलने जाया करते
महेश भट्ट दीवार फांदकर उनसे मिलने जाया करते

महेश भट्ट दीवार फांदकर उनसे मिलने जाया करते, लेकिन जब वे पकड़े गए तो लॉरेन ब्राइट को वहां से निकाल दिया गया। इसके बाद उन्होंने उनका दाखिला YWCA में करवाया ताकि वह टाइपिस्ट बन सके ताकि वह खुद की देखभाल कर सके।



21 साल की उम्र में हुई बेटी
21 साल की उम्र में हुई बेटी

इसके साथ ही महेश भट्ट ने काम करना जारी रखा और उन्होंने डालडा और लाइफबॉय के लिए ऐड बनाया। इसके बाद लॉरेन ने अपना नाम बदलकर किरण रख लिया और उन्होंने शादी कर ली। जब उनकी शादी हुई तब महेश भट्ट 20 साल के थे। जब महेश भट्ट 21 के हुए तो उन्हें बेटी हुई, जिसका नाम उन्होंने पूजा भट्ट रखा।



परवीन बाबी की वजह से आई रिश्ते में खटास
परवीन बाबी की वजह से आई रिश्ते में खटास

कहते हैं उनके रिश्ते में तब खटास आ गई जब महेश भट्ट के फिल्में एक-एक कर फ्लॉप होने लगी थीं। और उस वक्त परवीन बाबी के साथ भी रिलेशनशिप की अफवाहों ने काफी जोर पकड़ा हुआ था।

महेश भट्ट ने परवीन बाबी के लिए किरण को छोड़ दिया, लेकिन जब वह लौटे तो उनकी शादीशुदा जिंदगी खराब हो चुकी थी। हालांकि, महेश अपने बच्चों और वाइफ से तब भी क्लोज़ थे और उन्होंने अपनी वाइफ को कभी तलाक नहीं दिया। इसके बाद महेश की मुलाकात हुई सोनी राजदान से, जो फिल्म 'सारांश' में नजर आईं। जब वह महेश भट्ट से मिलीं तब तीन फिल्मों में काम कर चुकी थीं।



सोनी राजदान के साथ ने एक नया जीवन दिया
सोनी राजदान के साथ ने एक नया जीवन दिया

चर्चा है कि सोनी राजदान के साथ ने महेश भट्ट को जीवन को नए सिरे से देखने का नजरिया दिया, लेकिन वह अब भी अपनी टूटी शादीशुदा लाइफ और परवीन के साथ रिश्ते के जख्म को भरने की कोशिश में लगे थे।



किरण को नहीं दे सकते थे तलाक इसलिए बदला धर्म
किरण को नहीं दे सकते थे तलाक इसलिए बदला धर्म

एक बाप के तौर पर सोनी राजदान के पिता महेश भट्ट से इस रिश्ते पर उनका जवाब चाहते थे। महेश अपनी पहली वाइफ को तलाक देने के लिए तैयार नहीं थे और आखिरकार उन्होंने मां (शीरीन मोहम्मद अली, जो मुस्लिम थीं) का धर्म अपनाया और अशरफ भट्ट के रूप में सकीना यानी सोनी राजदान से शादी रचाई। सोनी से उन्हें 1988 में शाहीन भट्ट और 1993 में आलिया भट्ट हुईं।





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